एक रिपोर्ट के अनुसार माने तो देश-दुनिया में बढ़ी रही संपन्नता से खाने के प्रति लोग लापरवाह और असंवेदनशील होते जा रहे हैं, वहीं विश्व खाद्य संगठन की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया में रोजाना करीब 20, हजार से भी ज्यादा बच्चे भूखे सोने को मजबूर हैं।

वहीं इस मामले में भारत, पूरी दुनिया में 67 वें नंबर पर है, वहीं अगर खाने की बर्बादी पर लगाम नहीं लगाई गई, तो भूखे मरने वालों की संख्या बढ़ती चली जाएगी, इसलिए इसके प्रति सभी को जागरुक होने की जरूरत है।
और इस दिशा में ठोस कदम उठाने के आवश्यकता है साथ ही अन्न के महत्व को समझने की जरुरत है, ताकि एक सभ्य, सशक्त समाज और बेहतर देश का निर्माण हो सके।

आओ सब मिलकर यह कसम खाएं, शुभ कार्यों में भोजन उतना ही पकाएं, कि बचने पर कभी फेकनें की नौबत ना आए।
